tag:blogger.com,1999:blog-3331349068686134264.post2983403482752660223..comments2023-06-10T02:09:23.753-07:00Comments on divikramesh: २१वीं सदी का बाल-साहित्य : विभिन्न भाषाओं से अनुवाद के विशिष्ट संदर्भ मेंDivik Rameshhttp://www.blogger.com/profile/16991072115170775605noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3331349068686134264.post-32456662963491417592011-07-21T09:16:15.107-07:002011-07-21T09:16:15.107-07:00आत्मीय दिविक भाई,
यह संयोग ही है कि हम एक नाम राशि...आत्मीय दिविक भाई,<br />यह संयोग ही है कि हम एक नाम राशि होते हुए जन्मतिथि के मामले में भी समान अन्काक्षर वाले हैं ०२-०६-१९४६. ईश्वर ने शायद इसीलिए मुझे आपका स्नेह्भाजक बनाया. आपके इस लेख ने मुझे अनूदित बाल साहित्य के सम्बन्ध में एक नई दृष्टि दी है. आप गुरु भी हैं और भ्रात्र भी. आप इस वैचारिकता कोनिरंतर बनाये रखें निकट रहकर हमें लाभ ही लाभ रहेगा.रमेश तैलंगhttps://www.blogger.com/profile/05932541742039354339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3331349068686134264.post-74350677021720984202011-07-21T09:06:48.720-07:002011-07-21T09:06:48.720-07:00सम्मान्य दिविक भाई,
यह संयोग ही है कि मैं आप का ना...सम्मान्य दिविक भाई,<br />यह संयोग ही है कि मैं आप का नाम राशि हूँ ओफिशिअल जन्मतिथि भी हम दोनों की एक ही है २-६-१९४६ शायद इसीलिए ईश्वर ने मुझे आपका स्नेहभाजक बनाया. आपके इस सारगर्भित लेख ने मुझे अनूदित बाल साहित्य के बारे में नई दृष्टि दी है. इस ब्लॉग पर अपने महत्व पूर्ण विचार देना जारी रखें, आप गुरु भी हैं और भ्रात्र भी , हमें लाभ ही लाभ रहेगा इस वैचारिकता के निकट रहकर.रमेश तैलंगhttps://www.blogger.com/profile/05932541742039354339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3331349068686134264.post-6458629748875433622011-05-11T01:20:12.682-07:002011-05-11T01:20:12.682-07:00धन्यवादधन्यवादDivik Rameshhttps://www.blogger.com/profile/16991072115170775605noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3331349068686134264.post-25237845531494494132011-04-26T06:04:08.919-07:002011-04-26T06:04:08.919-07:00आपका लेख -२१वीं सदी का बाल-साहित्य : विभिन्न भाषाओ...आपका लेख -२१वीं सदी का बाल-साहित्य : विभिन्न भाषाओं से अनुवाद के विशिष्ट संदर्भ में बहुत महत्त्वपूर्ण है । आपने बहुत व्यापक अध्ययन और परिश्रमपूर्वक ढेर सारी ्शोधपूर्ण जानकारी दी है बालमनोवैज्ञानिक लघुकथाएँ ( सम्पादक : सुकेश साहनी, रामेश्वर काम्बोज हिमांशु)पुस्तक की एक लघुकथा का उल्लेख किया इसके लिए बहुत आभार ।सम्पादक में श्री सुकेश साहनी जी का नाम छूट गया है ।सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.com